पंडित प्रदीप मिश्रा :- पंडित प्रदीप मिश्रा की कहानियों और उनके बताए उपायों पर आज भी लोगों का भरोसा कायम है। उन्होंने हिंदू धर्मग्रंथ शिव महापुराण में लिखे कई उपायों को सार्थक तरीके से प्रस्तुत किया है, जो लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान प्रदान करने में मदद करते हैं। उनके समाधानों पर विश्वास करने वाले लोग देश-विदेश से हैं। उनके उपायों का उपयोग करके लोग अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करते हैं और अपनी समस्याओं को हल करने के लिए प्रेरित होते हैं।
ऐसे में पंडित Pradeep Mishra के उपायों पर लोग भरोसा करते हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का रास्ता मिल जाता है। इस लेख मे जानेंगे की पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा बताए गए सभी बीमारियों के उपाय बताइए।
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पंडित प्रदीप मिश्रा के उपाय | Pandit Pradeep Mishra Ke Upay
कई बार बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सेवन भी असरदार नहीं होता है, जिसके कारण लोग अक्सर परेशान रहते हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। यहां हम आपको कुछ चमत्कारी उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर हजारों लोग दोबारा स्वस्थ हो चुके हैं। ये उपाय विभिन्न प्राचीन और आधुनिक चिकित्सा प्रणालियों से लिए गए हैं और प्रभावी माने जाते हैं। दवाइयों के साथ-साथ इन उपायों का इस्तेमाल करके आप अपनी बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं और अपने जीवन को फिर से स्वस्थ बना सकते हैं।
बीमारी से छुटकारा पाने का उपाय | Bimari Se Chutkara Pane Ke Upaay
गंभीर बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए लोग आमतौर पर तरह-तरह के उपायों का सहारा लेते हैं। एक प्राचीन उपाय में शमी के पेड़ के फूलों को नीलकंठेश्वर महादेव के नाम के साथ शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। साथ ही जल भी अर्पित किया जाता है. इसके बाद थोड़ा सा जल घर लाकर नीलकंठेश्वर महादेव का नाम लेकर बीमार व्यक्ति के शरीर पर लगाया जाता है। इस प्रकार के व्यवहार से लोगों के रोग जल्दी ही ठीक होने लगते हैं और वे स्वस्थ हो जाते हैं। यह प्राचीन पद्धति लोगों द्वारा पसंद और उपयोग की जाती है।
बच्चों के रोग दूर करने के उपाय | Bacchon Ke Rog Dur Karne Ke Upay
छोटे बच्चे अगर बार-बार बीमारी से पीड़ित होते हैं तो लोग तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। एक प्राचीन उपाय में चार बत्तियों वाला आटे का दीपक बनाया जाता है और उसमें तिल का तेल मिलाया जाता है। फिर इस दीपक को बच्चे के सिर से 21 बार उतारकर अवधूतेश्वर महादेव का नाम लेते हुए किसी चौराहे पर रख दिया जाता है। इस प्रक्रिया से बच्चे पर बुरी नजर का असर कम हो जाता है और उन्हें बार-बार बीमार पड़ने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। यह प्राचीन पद्धति लोगों के बीच लोकप्रिय और मानी जाती है।
नेत्र रोग दूर करने का उपाय | Netra Rog Dur Karne Ke Upay
आंखों की बीमारियों से परेशान होने पर लोग तरह-तरह के उपाय ढूंढते हैं। एक प्राचीन उपाय के तहत, महाशिवरात्रि की रात को दोपहर के समय शिवलिंग पर थोड़ा शहद और बेलपत्र चढ़ाया जाता है। साथ ही शहद को एक कंटेनर में इकट्ठा कर लिया जाता है और घर लाकर रख दिया जाता है। उसके बाद उस शहद को लोगों को लगभग 3 महीने तक अपनी आंखों पर काजल की तरह लगाना होता है। इस प्रक्रिया के साथ ही वे अवधूतेश्वर महादेव के नाम का जाप करते हैं। इस उपाय से उनकी आंखों की रोशनी बढ़ती है और कई समस्याएं खत्म हो जाती हैं। यह प्राचीन पद्धति लोगों के बीच लोकप्रिय है और लोग इस पर विश्वास करते हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा के रामबाण उपाय | Pandit Pradeep Mishra Ke Ramban Upay
Pradeep Mishra कहते हैं कि अगर किसी घर में बीमारियाँ खत्म नहीं होती हैं और कोई न कोई बीमार रहता है तो भगवान शिव के शिवलिंग पर गाय का घी चढ़ाने से घर से सभी बीमारियाँ दूर हो जाती हैं और घर में समृद्धि आती है। वह आता है। इसके अलावा आप एक और उपाय आजमा सकते हैं.प्रदीप मिश्रा बताते हैं कि अगर आपके परिवार में कोई छोटी से छोटी या बड़ी से बड़ी बीमारी से पीड़ित है तो आप दूध, काले तिल, थोड़ा सा सूखा आंवला और बेल के फल को मिक्सर में पीस लें।
इसके बाद तैयार उबटन और एक लोटे में पानी लेकर घर में बीमार व्यक्ति के हाथ से छूकर या बीमार व्यक्ति के ऊपर रखकर अभिषेक करना चाहिए और उस जल से शिवलिंग पर भी अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से उस व्यक्ति के सभी रोग दूर हो जाते हैं।