शिव पुराण में शादी के उपाय: शादी में आ रही बाधा के सबसे सरल उपाय

शिव पुराण में शादी के उपाय:- भगवान शिवजी की पूजा विशेष रूप से लड़कियों को करते हुए देखा होगा। आपने कभी सोचा है कि लड़कियां शिवजी की पूजा क्यों करती है। शिव पुराण में भी भगवान शिव को विवाह का देवता माना गया है।  शिव पुराण में शादी के उपाय (shiv puraan mein shaadee ke upaay) वर्णित है इस पर आपका ध्यान आकर्षित कर रहे है।

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शिव पुराण में शादी के उपाय | Shiv Puran Mein Shadi Ke Upay

  • शिव पुराण में प्रत्येक सोमवार शिव पार्वती की पूजा करने से शादी जल्दी हो जाती है। शिव मंदिर जाकर शिव पार्वती की पूजा करे। शादी में आने वाली रूकावटे टल जाती है। Shiv puran me shadi ke upay का श्रेष्ठ उपाय है।
  • शिव पुराण में शादी के उपाय में सोमवार का व्रत करना बताया गया है। सोलह सोमवार का व्रत, शिव पार्वती की पूजा करने से शादी जल्दी, सुखमय एवम निर्विघ्न होती है।
  • शिव पुराण में वर्णित मंत्र “ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः”इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, इसलिए इस मंत्र का जाप सोमवार को करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करते हुए 5 बार माला फेरें। इस मंत्र का जाप सिर्फ कन्याओं को ही करना चाहिए।

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शिव पुराण में शादी का महत्व | Shiv Puran Mein Shadi Ka Mahatv

 शिव पुराण में शिव जी को वात्सल्य, दया, प्रेम, दांपत्य सुख, संतान और करुणा की मूर्ति के रुप में महिमा मंडित किया गया है। इस पुराण का पाठ करने से भक्तों के अंदर भी ऐसे ही गुणों का संचार होता है। इससे भक्तों का चरित्र भी भगवान शिव की ही तरह होने लगता है। शिव पुराण में शादी का महत्व इसीलिए ज्यादा है की भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती के ऊपर वर्णित है। शिवपुराण के तीसरे स्कंध के पार्वती खंड में शिव- पार्वती की कथा का वर्णन है, जो यह बताता है की शिव पुराण शादी में आने वाली बढ़ाओ एवम विघ्न कैसे दूर करता है।

भगवान शिव को श्रावण मास बहुत ही प्रिय है। श्रावण मास में की गई पूजा अर्चना से भगवान शिव शीघ्र खुश होकर आशीर्वाद देते है। श्रावण मास के सोमवार के दिन शिव चालीसा का पाठ लाभकारी होता है। इस तरह से पाठ करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है। सेहत ठीक रहती है और शिव जी हर तरह के खतरे से बचाते हैं। बीमार व्यक्ति की ठीक हो जाता है और गर्भवती स्त्रियों के बच्चों की भलाई हेतु यह शिव चालीसा बेहद कारगर सिद्ध होता है।

विवाह में विलम्ब के उपाय | Vivah Mein Vilamb Ke Upay

यदि शादी विवाह में अड़चने आ रही हैं तो हम आपको विवाह में विलम्ब के उपाय बताने जा रहे है। सोमवार के दिन शिव पार्वती की पूजा के बाद शिव चालीसा का पाठ करना आपके लिए वरदान बन कर सारी अड़चने दूर कर मनोकामना पूर्ण होगी। Vivah me vilamab ke upay में  शिव चालीसा के इन लाइन का पाठ करें कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर’ भई प्रसन्न दिए इच्छित वर। इस लाइन का सुबह 54 बार पाठ करें। ऐसा 21 दिन करने से शीघ्र विवाह एवम अच्छा वर( Husband ) का वरदान मिलता है।

जब कन्याओ के विवाह में विलंब हो रहा हो तो पूजन से पहले उसका संकल्प जरूर लें। हाथों में जल, फूल और अक्षत लेकर जिस दिन पूजा कर रहे हैं उसकी तिथि, वर्ष, वार और जगह का नाम अपना गोत्र लेकर अपनी इच्छा का स्मरण करें। संकल्प के बाद जल को जमीन पर छोड़ दें। जिन कन्याओ की शादी में देरी हो रही है गुरु पुष्य रवि पुष्य अक्षय तृतीया या श्रावण मास में निम्न मंत्र का जप संकल्पपूर्वक शुरू करना चाहिए। इससे माता पार्वती की कृपा अवश्य ही प्राप्त होगी|

इस मन्त्र का आशय है -हे गौरि, शंकर की अद्र्धांगिनी! जिस प्रकार तुम शंकर की प्रिया हो, उसी प्रकार हे कल्याणी! मुझ कन्या को दुर्लभ वर प्रदान करो

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शिव पुराण में शादी का मंत्र | Shiv Puran Mein Shadi Ka Mantra

भगवान शिव यानी भोले नाथ जो नाम से एवम मन से भोले होकर जल्दी खुश होने वाले भगवान है। कुल अठारह पुराण शैली से शिव पुराण सबसे अधिक बार पढ़ा जाने वाला पुराण है।  भगवान शिव सबसे अधिक पूजे जाने वाले भगवानों में से एक हैं। शिव महापुराण में 12 (बारह) ‘संहिता’ (छंदों का संग्रह) शामिल हैं, जो भगवान शिव के जीवन के विभिन्न पहलुओं का विशद वर्णन प्रदान करते हैं।

इस शिव पुराण में शादी के उपाय बताए गए है वो सटीक है, जिन पर किसी प्रकार की शंका संभव नहीं है। शीघ्र विवाह की मनोकामना वाले शुक्रवार के दिन भगवान शिव पर  ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हुए जलाभिषेक करे। 108 श्वेतार्क पुष्प ( सफेद आक के फूल ) एवम 21 बिल्व पत्र चढ़ाए। 7 शुक्रवार यह विधि अपनाने से शीघ्र विवाह के प्रस्ताव आने शुरू हो जाएंगे।   सोमवार को प्रातः शुद्ध होकर शिवलिंग पर ‘ॐ सोमेश्वराय नमः’ मंत्र का रुद्राक्ष की एक माला का जाप करते हुए दूध में जल मिलाकर जलाभिषेक करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती है। शीघ्र विवाह होता है।

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