सोमवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए

सोमवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए:- Somwar के दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों का मन हमेशा अच्छाई की ओर जाता है। भगवान शिव के ध्यान में लीन होने से भक्तों का मन शांति से भर जाता है और उन्हें आत्मा की अपार ऊर्जा का अनुभव होता है। सोमवार का व्रत रखने से भक्तों को भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है और अपने जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने की क्षमता मिलती है।

Somwar Ko Shivling Par kya Chadhana Chahie

इस दिन भक्त Shivling को जल, धूप, चंदन आदि से सजाकर उसकी पूजा करते हैं और भगवान के सामने अपने मन की मांग रखते हैं। इस विशेष दिन की पवित्रता और ध्यान में लीन होने से भक्तों के जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है और वे सदैव आध्यात्मिक आनंद और संतुष्टि में रहते हैं।

सोमवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए | Somwar Ko Shivling Par kya Chadhana Chahie

Somwar भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन Shivling पर प्रसाद चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। Somwar के दिन Shivling पर बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन जल चढ़ाने से पाप नष्ट होते हैं और मन को शांति मिलती है।

  • सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए भोलेनाथ को चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या धतूरे के फूल, दूध और गंगा जल चढ़ाना चाहिए।
  • भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए Somwar के दिन घी, चीनी और गेहूं के आटे से बना प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
  • Somwar के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप 108 बार करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
  • Shivling पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है।
  • सोमवार के दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए और देवी मां की सेवा करनी चाहिए।
  • जरूरतमंद लोगों को Somwar के दिन सफेद रंग की खाद्य वस्तुओं का दान करना चाहिए ताकि कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति मजबूत हो सके।

शिवलिंग पर जल चढ़ाने के फायदे | Shivling Par Jal Chadhane Ke Fayde

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का विशेष महत्व है। यह दिन उनकी पूजा और भक्ति के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है। वह Shivling पर एक लोटा जल चढ़ाने मात्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं, जिससे भक्तों की मनोकामनाएं जल्द ही पूरी हो जाती हैं। Somwar के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भी उनकी कृपा प्राप्त होती है, जिससे गंभीर रोगों, समस्याओं और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

  • मंगलवार के दिन Shivling पर जल चढ़ाने से व्यक्ति को सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उसे अपने कार्यों में सफलता मिलती है।
  • बुधवार के दिन Shivling पर जल चढ़ाने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
  • गुरुवार के दिन Shivling पर जल चढ़ाने से व्यक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है और बच्चों की एकाग्रता में वृद्धि होती है।
  • शुक्रवार के दिन नियमित रूप से Shivling पर जल चढ़ाने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है।
  • जो भक्त शनिवार के दिन Shivling पर जल चढ़ाता है उसे अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है।
  • यदि कोई शिवभक्त रविवार के दिन Shivling पर जल चढ़ाता है तो भगवान शिव उससे प्रसन्न होते हैं और घर में धन की कमी नहीं होती है।

मंगलवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए

सौंदर्य और प्रेम का प्रतीक लाल गुलाब भगवान शिव को प्रिय है। बेला की खुशबू उन्हें शांति का एहसास कराती है। Shivling पूजा में मौली का प्रयोग महत्वपूर्ण है, जबकि केला ज्ञान और विद्या का प्रतीक है। नारियल समृद्धि का प्रतीक है और बेल का फल भगवान शिव के लिए विशेष है।

शनिवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए

शनिवार के दिन Shivling पर चढ़ाने वाली चीजों में शमी के पत्ते और उड़द की दाल शनि दोष से राहत दिलाती है, जबकि पंचामृत से अभिषेक करने से मन को शांति और सुकून मिलता है। यदि आप किसी विशेष समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप किसी ज्योतिषी से परामर्श ले सकते हैं और उचित वस्तुएँ अर्पित कर सकते हैं। ध्यान रखें कि अर्पित की गई वस्तुएं साफ-सफाई और श्रद्धापूर्वक अर्पित की जाएं।

बुधवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए

बुधवार का दिन भगवान गणेश और भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन Shivling पर प्रसाद चढ़ाने से भगवान गणेश और भगवान शिव दोनों का आशीर्वाद मिलता है। बुधवार के दिन दूर्वा घास, गुड़हल, मूंग की दाल आदि चढ़ाने का भी बहुत महत्व है।

शिवलिंग पर किस दिन क्या चढ़ाना चाहिए

दिनफूलफलअन्य
सोमवारबेलपत्र, धतूरा, आंकड़े के फूलनारियल, केला, बेल का फलपंचामृत, जल, धूप, दीप
मंगलवारलाल गुलाब, बेला, मौलीकेला, नारियल, बेलपंचामृत, बेल पत्र, चंदन, धूप, दीप
बुधवारदुर्वा घास, गुड़हल, मौलीमूंग की दाल, नारियल, केलापंचामृत, गंगाजल, धूप, दीप
गुरुवारकेला, पीले फूल, हल्दीचना दाल, केला, नारियलपंचामृत, बूंदी, धूप, दीप
शुक्रवारसफेद फूल, चमेली, मोगरादही, मिश्री, खीरपंचामृत, इत्र, धूप, दीप
शनिवारशमी, कनेर, अलसीउड़द दाल, काला तिल, नारियलपंचामृत, सरसों का तेल, धूप, दीप
रविवारसूरजमुखी, लाल गुलाब, कमलगुड़, गेहूं, चनापंचामृत, जल, धूप, दीप

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