शिव जी के भजन हिंदी में:- शादी विवाह, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फिल्मे, अन्य कोई भी उत्सव हो तो खुशियों में गीत – संगीत के आयोजन होते है। उसी तरह भगवान के सामने खुशियों में भजन, गरबा एवम अन्य आयोजन किए जाते है। भगवान की महिमा, की गई लीलाएं आदि का गुणगान संगीत में करना या गा कर करना ही भजन है। इसी संदर्भ में भगवान शिवजी के भजन हिंदी में (Shiv Ji Ke Bhajan Hindi Me) जानने की रुचि बढ़ रही होगी। शिवजी की लीलाएं, ब्रह्माण्ड को संकट से बचाने आदि ऐसे ऐसे प्रसंग है जिन्हे गा गा कर खुशियां मनाई जाती है।
![Shiv Ji Ke Bhajan Hindi Me](https://shivchalisa.life/wp-content/uploads/2024/01/Shiv-Ji-Ke-Bhajan-Hindi-Me-1024x576.webp)
Table of Contents
शिव जी के भजन हिंदी में (List)
भगवान शिव जी जो कि भोले होकर मन से की गई छोटी पूजा, अर्चना या अभिषेक से खुश होना उनका स्वभाव है। स्वयं के विवाह में भूत प्रेत की बारात ले जाना, समुद्र मंथन से निकले हलाहल जहर को पीना, सती द्वारा हवन में आहूत होने पर शव को लेकर भू भाग पर घूमे जिससे वहा मां के शक्तिपीठ बनाना, गणेश जी का सर विच्छेद करना, तीसरी आंख खोलकर कामदेव को भस्म करना इत्यादि लीलाएं की गई है। इन सभी का गुणगान गीतों में की जाए तो मस्ती से गाए जाते एवम सुने जाते है।
नाम एवम मन से जो भोले है उन भोले शिव जी के भजन List आपके सामने प्रस्तुत कर रहे है, जिससे भगवान के जिस महिमा या लीला के रंग में रंगना चाहते हो वैसे ही रंगीन हो जाओगे।
- बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा
- भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं
- भोली सी सुरत माथे पे चंदा भजन
- गौरा झूला झूल रही भोले नाथ संग
- हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ
- सज रहे भोले बाबा
- चलना शिव जी के दरबार
- इक दिन वो भोले भंडारी
- भोलेनाथ की सवारी निकली शान से
- भोले से जो प्रीत बढ़ाये
- भोले बाबा ने ऐसा बजाया डमरू
- जग के वो दुख हरे सुख बरसाए
- शिव जी की महिमा अपरम्पार है
- दयालु विश्वनाथ दीन हीन पर दया करो
- मेरे मन में बसे भोलेनाथ
- बम बम भोले शंकर गले में नाग भयंकर
- भोले का साथ हो ना कोई बात हो
- भोले भंडारी ये तुमसे कैसा नाता है
- चले रे कावड़िया तू चले रे कावड़िया
- डमरुवा बाजे काँवरिया नाचे
- भोले बाबा जी सुन लो अरज हमारी
- भोले भंडारी बम बम
- शिव जी बोलो तो सही आंखें खोलो तो सही
- शिप्रा के तट भोले नाचे छमाछम
- गोरा नी तेरा शंकर अडिये बैल ते चढ के आया
- शिव जी डमरू तेरा आज डम डम वजदा
- शंभु शंभु देवा
- राह निहारे भक्त तुम्हारे कर जोडे
- नाच रहे है डमरू की ताल पे
- सुनलो करुण पुकार भोले
- महादेव तेरा शुक्रिया
- डमरू बजाके बाबा देदो दर्शन जी
- गौरा रानी के रसीले नैना
- कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ
- बम लहरी ओ मेरा बम लहरी
- हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति
- आओ महिमा गाएं भोलेनाथ की
- शिव शंकर तुम्हरी जटाओ से
- गौरा समझावां तैनू
- ले लो गिरिजा की खबरिया
- चल रे कावड़िये कावड़ उठा
- भोले जी के दिल की धड़कन
- मेरी लगी शंभू से प्रीत
- हम भक्त है महाकाल के
- सावन को आने दो
- जय हो बाबा अमरनाथ
- देखो नंदी पे चढ़के आया
- डम डम बाजे तेरा डमरू
- तू नागेश्वर तू ही महेश्वर
- मेरे भोले बाबा आओ मेरे मकान में
- मेरा भोला सुपरस्टार
- मेरे दिल के करो अरमान मेरे भोले जी
- मेरा भोला है भंडारी जटाधारी अमली
- चल चल रे कांवरिया भर भर के गगरिया
- चले मेरे भोले का सिक्का
- ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे ऊंचा तेरा धाम
- अरदास हमारी है आधार तुम्हारा है
- भोले बाबा चले बारात लेके
- आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार
- पूजा करे संसार भोले तेरी पूजा करे
- हे डमरूधरी भोले भंडारी
- तेरे सर पर गंगा की धारा
- शिव तो ठहरे सन्यासी गौरा पछताओगी
- हम को आना नील कंठ तेरी याद
शिव जी के भजन लिखित में
भोलेनाथ जो शीघ्र प्रसन्न होने वाले है, भांग धतूरे में मस्त रहने वाले है। उनकी लिलाओ को भजन से गान करने से भोलेनाथ खुश होकर आशीर्वाद प्रदान करते है। आइए आप सभी शिव जी के भजन लिखित में डूब कर खुशियों की लहरों के ऊपर आनंद लेवे।
1. शिव भोले शंकर प्यारे
शिव भोले शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे, भव से ये पार लगावे,
देवों ने इनको पुकारा, भोले विष पि गए सारा,
अमृत देवों को देकर, दानव संहारे,
शिव भोले शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले।।
तर्ज – जा रे जा ओ हरजाई।
शेषनाग की रज्जु बनाई, सुमेरु के मथनी फेरे,
देवता सारे मिलके, सागर मंथन होने लगा जब,
अग्नि प्रकटी जल से, विष्णु मथनी फेरते जाए,
विष उबलने लगा, तन भी जलने लगा,
विष्णु भगवान को आकर, कौन बचाए,
शिव भोलें शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे, भव से ये पार लगावे।।
हाहाकार मचा देवो में, अमृत कैसे बचाए,
ना ये विष में ही मिल जाए, नारद ने आकर समझाया,
जाओ शिव की शरण में, शिव ही संकट सारा मिटाए,
सारे नमन करे, शिव का ध्यान धरे,
शिव भोले विष से ना ये, सृष्टि जल जाए,
शिव भोलें शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे, भव से ये पार लगावे।।
शिव शंकर ने आकर देखा, उबल रहा विष सारा,
शिव ने कंठ में विष को उतारा,
नीलकंठ कहलाए शिवजी,
महाकाल कहलाए, सारे देवो को भी तारा,
शिव को वंदन करो, इनका पूजन करो,
हम सबको तारो जैसे, देवो को तारा,
शिव भोलें शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे, भव से ये पार लगावे।।
शिव भोले शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे, भव से ये पार लगावे,
देवों ने इनको पुकारा, भोले विष पि गए सारा,
अमृत देवों को देकर, दानव संहारे,
शिव भोलें शंकर प्यारे, भक्तो के है रखवाले।।
2. बड़ी दूर से चलकर आया हूँ
तर्ज – आवारा हवा का झोका हूँ
बड़ी दूर से चलकर आया हू,मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक फूल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।।
ना रंग महल की अभिलाषा,
ना इक्छा सोने चांदी की,
ना रंग महल की अभिलाषा,
ना इक्छा सोने चांदी की,
तेरी दया की दौलत काफी है,
झोली मेरी भरने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।
ना हिरे मोती सोना है,
ना धन दौलत की थैली है,
ना हिरे मोती सोना है,
ना धन दौलत की थैली है,
दो आंसू बचाकर लाया हूँ,
पूजा तेरी करने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।
जब भक्त उस महांकाल के दरबार में,
उस बाबा के दर्शन करते है,
तब उनका मन एक ही बात कहता है :
मेरे बाबा मेरी इक्छा नही,
अब यहाँ से वापस जाने की,
मेरे बाबा मेरी इक्छा नही,
अब यहाँ से वापस जाने की,
चरणों में जगह दे दो थोड़ी,
मुझे जीवन भर रहने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।
बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक फूल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।।
3. हे भोले नाथ दया करके
हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
तर्ज – श्यामा आन बसों वृन्दावन में।
फल फुल की थाली लायी हूँ,
चरणों में तुम्हरे आयी हूँ,
तुम्हे अपने बसाकर नैनन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
बेल पात की थाली लायी हूँ,
दर्शन को तुम्हारे आई हूँ,
तुम्हे देख लूँ मन के दर्पण में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
मैं भंग धतूरा लायी हूँ,
मैं दर दर की ठुकराई हूँ,
मुझे दे दो शरण बस चरणन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
तेरा नाम का सुमिरन करती हूँ,
यही रो रो कर बस कहती हूँ,
तेरे दर्श की प्यास है अखियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
तेरा प्रेम हमारी पूजा है,
कोई और ना मन में दूजा है,
तुम छिपे हो मन के बगियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।
4. दौड़ा जाये रे समय का घोडा
श्लोक – विघ्न हरण गौरी के नंदन,
सुमिर सदा सुखदाई रे,
तुलसीदास जो गणपति सुमिरे,
कोटि विघ्न टल जाई रे।
दौड़ा जाए रे समय का घोडा,
शिव शिव शिव शिव रट ले रे बन्दे,
जीवन है ये थोड़ा,
दौड़ा जाये रे समय का घोडा।।
ना तेरा ना मेरा बाबु,
इस घोड़े पर प्रभु का काबू,
ना तेरा ना मेरा बाबु,
इस घोड़े पर प्रभु का काबू,
परम पिता ही इससे चलता,
परम पिता ही इससे चलता,
दिखा दिखा कर कौड़ा,
दौडा जाये रे समय का घोडा।।
पल पल बीत रही जिंदगानी,
कल की चिंता करले रे प्राणी,
पल पल बीत रही जिंदगानी,
कल की चिंता करले रे प्राणी,
ना जाने कब टूट पड़े है,
ना जाने कब टूट पड़े है,
माथे पर काल हथौड़ा,
दौडा जाये रे समाये का घोडा।।
दसो दिशाओ के दरवाजे,
कहते रोज बजाकर बाजे,
दसो दिशाओ के दरवाजे,
कहते रोज बजाकर बाजे,
बता ऐ दुनिया वाले तूने,
बता ऐ दुनिया वाले तूने,
कितना पुण्य है जोड़ा,
दौड़ा जाये रे समाये का घोडा।।
चल भई करले प्रभु की भक्ति,
भक्ति में है अद्भुत शक्ति,
चल भई करले प्रभु की भक्ति,
भक्ति में है अद्भुत शक्ति,
इस भक्ति ने है करोडो,
इस भक्ति ने है करोडो,
लोगो का पथ मोड़ा,
दौडा जाये रे समाये का घोडा।।
शिव शिव शिव शिव रट ले रे बन्दे,
जीवन है ये थोड़ा,
दौड़ा जाए रे समय का घोडा।।
5. शिव की बारात आई है
शिव की बारात आई है,
शिव की बारात आयी है,
रात आई है,
लेके सौगात आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है,
सजी धजी भूतो प्रेतों के,
साथ आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
तर्ज – आज मेरे यार की शादी।
हर तरफ अजब नजारा,
सहमा माहौल है सारा,
डर से सब लोग डरे है,
छतो पे जा के चढ़े है,
बच्चे बूढ़े जो बड़े है,
एक चर्चा ये करे है,
कैसा दूल्हा ये आया,
कैसी बारात ये लाया,
मुस्काते चेहरों पे,
एक दहशत सी छाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
भंग का रंग चढ़ा है,
गले में सर्प पड़ा है,
पहने बिच्छू का बाला,
सदाशिव डमरू वाला,
बैल की करके सवारी,
आए अपने ससुरारी,
हस रहे सभी देवता,
जय हो भोला भंडारी,
चारों दिशा में एक ही चर्चा,
पड़ी सुनाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
साथ में अजब है साथी,
आए बनके है बाराती,
है कोई सुन्दर चंगा,
और कोई बिलकुल नंगा,
चुड़ैले करती हल्ला,
पहन के उल्टा पल्ला,
बज रही ढोलक ढम ढम,
साथ संगीत की सरगम,
कहीं सुलगती चिलम,
कहीं छनती ठंडाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
देखि बारात जो मैना,
बोली नारद से बैना,
बेटी की है बर्बादी,
ये नहीं होगी शादी,
शिव की देखि जो माया,
राज सारा है बताया,
हो गई राजी मैना,
गौरा को शिव से मिलाया,
विधि विधान से मंडप में,
भावर बिरवाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आई है,
रात आई है,
लेके सौगात आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है,
सजी धजी भूतो प्रेतों के,
साथ आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।
6. जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन
जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
तर्ज – झिलमिल सितारों आंगन होगा
जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥
भोले के लिए तो में दीपक लेकर जाउंगी,
भोले न मिलेंगे तो में वापस नहीं आउंगी,
उसी दीपक संग जलना होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥
गोरा के लिए में तो चुनर लेके जाउंगी,
गोरा ना मिली तो में वापस नहीं आउंगी,
वही चुनर मेरा कफ़न होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥
लोग ये कहेंगे देखो ढोगंन जा रही हे,
भोले ये कहेंगे मेरी भक्तन आ रही हे,
आत्मा परमात्मा का संगम होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥
जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन ॥ॐ॥
7. जय जय जय भोलेनाथ
जय जय जय भोलेनाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥
तर्ज – चल चला चल अकेला।
तीनों लोको के तुम स्वामी,
हे शिव शंकर कैलाशी,
घट घट वासी अंतर्यामी,
अजर अमर हे अविनाशी,
जानो तुम मन की बात,
जानो तुम मन की बात,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥
निर्बल को दे आप सहारे,
दुखियों के दुःख को टाले,
भक्तजनो के तुम भंडारे,
बिन मांगे ही भर डाले,
तुम अनाथो के नाथ,
तुम अनाथो के नाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥
सबको पार लगाने वाले,
मुझको भी पार लगा देना,
हे स्वामी इस अज्ञानी के,
अवगुण नाथ भुला देना,
मेरी विनती ये नाथ,
मेरी विनती ये नाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥
जय जय जय भोलेनाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥
8. नाथ मै तो हार गई
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥
हरी हरी भांग की बूटी देखो,
हरी हरी भांग की बूटी देखो,
सौतन बनी हमारी,
जंगल छोड़ के खोए दिए इसने,
बोए बोए मै हारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥
चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोटत घोटत घिसो सील बटना,
अब टूटन की बारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥
तुम तो हो अलमस्त भांग के,
तुम तो हो अलमस्त भांग के,
मस्ती में भंडारी,
मस्ती में भंडारी,
दिन भर राम नाम चढ़ गाओ,
नंदी की असवारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥
9. मेरे भोले के दरबार में सबका
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो,
उनको एक समान,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
वो सबके भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
धर्म किये जा धन की चिंता,
मत करना इंसान,
जैसा तेरा कर्म है भाई.
वैसा फल देगा भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
देख समझले मानव,
तू है दो दिन का मेहमान,
कितने आकर चले गए,
कितने जाने को तैयार,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
भगवे में भगवान छुपा है,
मानव तू पहचान,
नकली रंग से कपड़े रंगावे,
साधु नही शैतान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
‘गिरी’ कहे तू गिरके सम्भल जा,
ये जग है नादान,
तेरा बनाया तुझको बनाये,
मानव नही हैवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥
10. आया शिवरात्रि त्यौहार
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥
आज है गौरी शिव जागरण,
शिव रात्रि पर्व मनाओ सखी,
श्री गौरी शंकर का दर्शन,
करने शिवालय आओ सखी,
आओ कर दे शिव श्रृंगार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥
शिव शिव जपता मनवा हमारा,
ध्यान में शिव साकार,
बारात आई शिव शंकर की,
भुत प्रेत नाचे करते जयकार,
शिव दूल्हा बने करतार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥
थाली चन्दन फूल रखा,
हाथों में ले लो गंगा जली,
अभिषेक शंकर जी का करो,
पुष्पांजलि करो दीपांजलि,
व्रत कर लो त्याग आहार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥
शिव जी को पूजे विष्णु जी ब्रम्हा,
शिव का है ये संसार,
शिव के बिना नहीं सृष्टि की रचना,
भक्तो करो मन से जय जयकार,
तार देंगे तारणहार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥
भोले शंकर के प्राचीन भजन PDF
बाबा भोले शंकर के प्राचीन भजन PDF आपको प्रस्तुत करते हुए अत्यंत हर्ष है की आप इनका लाभ लेकर भजनों का आनंद उठाएं।