शिव महिमा स्तोत्र पाठ करने के फायदे व उपाय आपके लिए होगें लाभदायक

शिव महिमा:- इस पृथ्वी पर स्थित सभी प्राणी जो आज अपनी योनि में है। ये जो योनियों को हम सुखी या दुखी होकर जीते है वह अपने प्रयत्नों का परिणाम है यानी अपने कर्मो का फल है। इन प्रतिफल ( दुःख) का प्रभाव कम करने या खत्म करने के लिए शिव महिमा का पाठ ही उपाय या इलाज है।

    Shiv Mahima से अपने मस्तिष्क को जहरीला नहीं बनाता है, इससे क्रोध, दुख दूर रहता है। अपने जीवन को सुखदाई बनाना या दुखदाई बनाना ये अपने हाथ में है लेकिन इसमें शिव का आशीर्वाद होना आवश्यक होना चाहिए। ग्रंथों में शिव को सरल देवता के रूप में चित्रित किया गया है। इन्होंने लोकहित में देवताओं के संकट को हटाकर जहर का पान किया था तो मां सती एवम पार्वती की तपस्या से खुश होकर उन्हें वरण किया। हमे जीवन में नकारात्मक सोच को दूर करने के लिए शिव महिमा का होना जरूरी है। 

Shiv Mahima

शिव महिमा के फायदे 

शिव महिमा पाठ करने या सुनने मात्र से ही जीवन की सारी नकारात्मक सोच नष्ट होकर सकारात्मक सोच प्रकट होगी। शिव महिमा के फायदे आपके जीवन में कितना परिवर्तन करते है ये आपको अवगत करा रहे है –

  1. शिव महिमा पाठ से सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
  2. नि:संतान दंपति को संतान प्राप्ति होती है।
  3. विवाह में आने वाली अड़चने दूर होती है।
  4. वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्या दूर होती है।
  5. असाध्य बीमारियों से छुटकारा होता है।
  6. इनको मृत्युंजय भी कहते है इसलिए अकाल मृत्यु जैसी समस्या दूर रहती है।
  7. महादेव महादेव महादेवेति यो वदेत।
  8. एकेन मुक्तिमाप्नोति द्वाभ्यां शम्भू ऋणी भवेत।
  9. भगवान शिव की महिमा अनंत एवम अपार है।

शिव महिमा के उपाय

शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग प्राणिमात्र की मनोकामना पूर्ण करने हेतु है। इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन से प्राणी की हर संकट से रक्षा होती है। अब हम आपको शिव महिमा के उपाय बता रहे है। शिव के बारह ज्योतिर्लिंग का समावेश इसी मंत्र में है। इस श्लोक के 12 जाप प्रतिदिन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। वैसे तो यह श्लोक ही संकट मोचक है।

सौराष्ट्रे सोमनाथश्च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।

उज्जयिन्नां महाकालमोंकारममलेश्मवरम्।

केदारं हिमवत्पृष्ठे डाकिन्यां भीमशंकरम्।

वाराणस्याश्च विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे।

वैद्यनाथं चिताभूमौ नागेशं दारुकावने।

सेतुबन्धे च रमेशं घुश्मेशश्च शिवालये।

शिव महिमा स्तोत्र

   भगवान शिव की महिमा अपरम्पार है। भगवान शिव अपने अनेक नामों के अनुसार अलग अलग समस्या का निदान होता है। शिव महिमा स्तोत्र में शिव महिम्न स्तोत्र की अपनी अलग ही उपयोगिता है। शिव महिम्न स्तोत्र का अभिप्राय Shiv Mahima से है, इसकी रचना शिव भक्त गंधर्वराज पुष्पदंत द्वारा की गई है। यह एक अत्यंत मनोहारी शिव स्तोत्र है प्रेम भाव से होने के कारण भगवान शिव को बहुत प्रिय है।

आप सभी शिव महिम्न स्तोत्र के बारे में जानने के लिए उत्सुक होंगे तो प्रस्तुत है स्तोत्र –

    स्तोत्र का पूरे विधि-विधान से पाठ करने से इस मृत्युलोक में धन, वैभव और यश को प्राप्त करते है और मृत्यु के बाद शिव लोक जाते है।

शिव महिमा स्तोत्र PDF

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