जानिए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप करने की विधि और महत्व क्या है

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप:- मानव जीवन वास्तव में एक अनमोल उपहार है, जो हमें ईश्वर द्वारा दी गई अद्वितीय शक्तियों का अनुभव करने की अनुमति देता है। यहां तक कि जब हम परेशानियों और अवसाद के गहरे समुद्र में डूबने लगते हैं, तब भी भगवान शिव का नाम जपने से हमें इससे पार पाने की शक्ति मिलती है।

Shree Shivay Namastubhyam Mantra Jaap

शिवाय नमस्तुभ्यम Mantra का जाप करते समय, हम अपने मन को शुद्ध करते हैं और अपनी आत्मा के साथ एकता महसूस करते हैं। इस मंत्र का जाप करने से हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है और हमारा जीवन तेज और खुशियों से भर जाता है। इसलिए सुख-शांति पाने के लिए नियमित रूप से शिवाय नमस्तुभ्यम मंत्र का जाप (Shree Shivay Namastubhyam Mantra Jaap) करना चाहिए।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप | Shree Shivay Namastubhyam Mantra Jaap

श्री शिवाय मंत्र का अर्थ | Shree Shivay Mantra ka Arth

हे शिव, तुम सचमुच अद्वितीय हो। आपका नाम मृतकों की आत्माओं को उत्तेजित करता है, और आप हर किसी को अपनी उपस्थिति का एहसास कराते हैं। हम सब आपको आदरपूर्वक प्रणाम करते हैं। इस Mantra का जाप करने से पहले हमें स्नान करना चाहिए और सूर्योदय के समय आपकी तस्वीर के सामने एक आसन पर पद्मासन की मुद्रा में बैठकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए। हर सप्ताह सोमवार के दिन ही हमें इस Mantra का सात बार जाप करना चाहिए। यह साधना हमें अद्वितीय शक्तियों का अनुभव करने में मदद करती है।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के लाभ | Shree Shivay Namastubhyam Mantra Kai Labh

  • इस Mantra के नियमित जाप से मानसिक और आध्यात्मिक शांति मिलती है।
  • श्री शिवाय नमस्तुभ्यं Mantra का जाप करने से धन, समृद्धि और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
  • यह Mantra जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करता है और सफलता की ओर ले जाता है।
  • इस Mantra का जाप रोग-व्याधि के उपचार में भी लाभकारी होता है।
  • किसी भी कार्य की शुरुआत में इस Mantra का जाप करने से कार्य में मजबूती और सफलता मिलती है।
  • श्री शिवाय नमस्तुभ्यं Mantra के जाप से जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार होता है, जिससे साधक की मानसिक और शारीरिक स्थिति में सुधार होता है।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जप विधि | Shree Shivay Namastubhyam Mantra Jap Vidhi

  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें और इसे गोमुखी में रखें ताकि Mantra जाप करते समय माला किसी को दिखाई न दे।
  • मंत्र का जाप पूर्व या उत्तर दिशा की ओर करें। जापान से पहले भगवान शिव को बिल्व पत्र और उनके ऊपर जल चढ़ाए गए।
  • भगवान शिव के Mantra का जाप करने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान होता है।
  • मन ही मन Mantra का जाप करें, चुपचाप या ज़ोर से। कम से कम 108 बार जप करने से सर्वोत्तम फल मिलता है।

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